वर्तमान समय में जहाँ स्मार्टफोन और ऐप्स हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं, उसी डिजिटल दुनिया में एक ऐसा ऐप भी था जो सिर्फ़ कुछ चुनिंदा लोगों के फ़ोन में डाउनलोड होता था। इस ऐप का नाम था "डार्क ज़ोन"। इस ऐप के बारे में कहा जाता था कि इसे डाउनलोड करने के बाद, कोई भी व्यक्ति उसके जाल से कभी बाहर नहीं निकल पाता। यह ऐप एक भयावह रहस्य को अपने अंदर समेटे हुए था। जो लोग इसे डाउनलोड करते, उनके जीवन में भयानक और अलौकिक घटनाएँ घटने लगती थीं।
समीरा और उसके दोस्त राहुल, प्रियंका, और अमन कॉलेज के अंतिम वर्ष में थे। वे एक दूसरे के साथ समय बिताने के लिए अक्सर नए-नए गेम्स और ऐप्स का उपयोग करते थे। एक दिन, प्रियंका ने अपने फ़ोन में एक अजीब-सा ऐप देखा जिसका नाम था "डार्क ज़ोन"।
प्रियंका (हंसते हुए): "अरे देखो, मेरे फ़ोन में एक अजीब ऐप आया है! इसका नाम है 'डार्क ज़ोन'। क्या मज़ेदार होगा इसे ट्राई करना!"
अमन (मज़ाक करते हुए): "कहीं ये भूतों का ऐप तो नहीं? सुना है, ऐसे कुछ ऐप्स होते हैं, जो... खैर, छोड़ो। चलो, इसे इंस्टॉल करके देखते हैं।"
सबके कहने पर प्रियंका ने ऐप खोल लिया। ऐप को डाउनलोड करते ही अजीब-सी ठंडी हवा कमरे में बहने लगी। चारों दोस्तों ने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और ऐप की स्क्रीन को देखने लगे। ऐप की शुरुआती स्क्रीन पर लिखा था:
"इस दुनिया से बाहर निकलने का दरवाज़ा। क्या तुम तैयार हो?"
राहुल (हंसते हुए): "क्या बकवास है! ये तो बस एक डराने वाला ट्रिक है।"
लेकिन जैसे ही प्रियंका ने "शुरू करें" बटन पर क्लिक किया, उसके साथ कुछ अजीब घटने लगा। उसके फ़ोन की स्क्रीन चमक उठी और कमरे में अजीब-सी खनकती हुई आवाज़ गूंजने लगी।
समीरा (चौंकते हुए): "ये क्या था? प्रियंका, फ़ोन बंद करो!"
प्रियंका ने फ़ोन बंद करने की कोशिश की, लेकिन फ़ोन ने काम करना बंद कर दिया। अचानक, कमरे की लाइटें खुद-ब-खुद बंद हो गईं।
कुछ ही पल में लाइट वापस आ गई, लेकिन अब सब कुछ सामान्य नहीं था। अगले दिन, समीरा अपने घर वापस आई, लेकिन उसे घर में एक अजीब सा एहसास हो रहा था। रात को जब वह सोने गई, तब अचानक उसकी खिड़की अपने आप खुल गई। ठंडी हवा के साथ, किसी के चलने की आवाज़ भी आने लगी।
समीरा (घबराते हुए): "क... कौन है? कौन है वहाँ?"
कोई जवाब नहीं मिला, लेकिन हवा में एक छाया उभरी। उसकी धड़कनें तेज़ हो गईं। उसने तुरंत खिड़की बंद करने की कोशिश की, लेकिन खिड़की मानो जाम हो गई थी। अचानक, उसे अपने पीछे किसी की साँसों की आवाज़ महसूस हुई। उसने पीछे मुड़कर देखा, तो वहाँ कोई नहीं था।
दूसरे दिन, प्रियंका ने राहुल को कॉल किया और उसे बताया कि पिछली रात उसके साथ भी कुछ अजीब हुआ।
प्रियंका (डरी हुई आवाज़ में): "राहुल, मैं रात भर सो नहीं पाई। मुझे लगा कि कोई मेरे कमरे में है। और जब मैंने फ़ोन देखा, तो उसमें सिर्फ़ अजीब-अजीब चित्र थे। जैसे कोई मुझे देख रहा हो।"
राहुल (गंभीर होते हुए): "तुम क्या कह रही हो? मेरे साथ भी कुछ अजीब हुआ है। मेरे घर की घड़ी ने आधी रात को उल्टा चलना शुरू कर दिया और फ़ोन खुद-ब-खुद चालू हो गया।"
अब चारों दोस्त समझ चुके थे कि यह ऐप कोई साधारण खेल नहीं था। कुछ न कुछ बहुत गलत था।
अमन ने भी बताया कि उसे रात को किसी ने उसके नाम से पुकारा था, लेकिन जब उसने दरवाजा खोला, तो कोई नहीं था। अब सब लोग डरे हुए थे और इसका कारण उसी ऐप को मान रहे थे।
वे चारों एक साथ मिलकर इस समस्या का हल निकालने का सोच रहे थे। उन्होंने फ़ोन से ऐप को हटाने की कोशिश की, लेकिन वह ऐप अब उनके फ़ोन से डिलीट नहीं हो रहा था।
राहुल: "यह क्या बकवास है? फ़ोन से ऐप हट क्यों नहीं रहा?"
प्रियंका: "हमें किसी विशेषज्ञ की मदद लेनी चाहिए। यह अब हमारे बस की बात नहीं।"
वे चारों एक पुराने टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ विक्रम से मिले, जो इस तरह की अजीब घटनाओं के बारे में जानकार था। उन्होंने विक्रम को अपनी पूरी कहानी बताई। विक्रम ने उनके फ़ोन को देखा और कहा,
विक्रम: "यह ऐप साधारण ऐप नहीं है। यह एक शापित ऐप है, जिसे किसी ने अभिशप्त तकनीक से बनाया है। इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद, इसकी जड़ें आपके जीवन से जुड़ जाती हैं और आप इससे बाहर नहीं निकल सकते।"
विक्रम ने जब ऐप के इतिहास को गहराई से खंगाला, तो उसने एक भयानक सच उजागर किया। यह ऐप सिर्फ़ एक तकनीकी विकास नहीं था, बल्कि तंत्र-मंत्र और काले जादू का मिलाजुला परिणाम था।
विक्रम ने दोस्तों को बताया कि वर्षों पहले एक व्यक्ति था, जिसका नाम आर्यन था। आर्यन एक बहुत ही प्रतिभाशाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर था, लेकिन उसकी असल पहचान एक तांत्रिक की थी। उसने तंत्र-मंत्र और तकनीक को मिलाकर कुछ ऐसा बनाना चाहा जिससे वह लोगों की आत्माओं पर कब्ज़ा कर सके। उसकी महत्वाकांक्षा बहुत खतरनाक थी—वह अमरता पाना चाहता था।
आर्यन ने एक गहरे काले जादू के माध्यम से ऐसा ऐप बनाया, जो लोगों की आत्माओं को अपने अंदर खींच लेता था। जो लोग इस ऐप को डाउनलोड करते, उनकी आत्माएँ धीरे-धीरे ऐप के अंदर फंसने लगतीं, और उनकी वास्तविकता पर जिन्न का कब्जा हो जाता। यह ऐप उस व्यक्ति के जीवन को धीरे-धीरे खत्म कर देता था, लेकिन बाहरी दुनिया में वह सामान्य दिखता था।
आर्यन का उद्देश्य लोगों की आत्माओं को इकट्ठा करना था, ताकि वह अपनी तांत्रिक शक्तियों को और बढ़ा सके और अपनी आत्मा को अमर कर सके। लेकिन उसकी महत्वाकांक्षाएँ तब नष्ट हो गईं, जब एक दिन वह खुद उस ऐप के दुष्चक्र में फंस गया। आर्यन की आत्मा ऐप में समा गई और अब वह ऐप एक शापित तकनीक बनकर घूमता रहा, नए शिकार की तलाश में।
आर्यन की आत्मा अब उस ऐप के भीतर कैद थी, और ऐप ने अपना जीवन खुद शुरू कर दिया था। यह ऐप लोगों के डर, उनकी कमजोरियों और उनकी आत्माओं से खेलता था, उन्हें खींचता और फिर अमरता की चाह रखने वाले जिन्न का हिस्सा बना देता था।
विक्रम: "इस ऐप का असली रचनाकार अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसकी आत्मा अभी भी इसमें है। और यह ऐप उसकी आत्मा के माध्यम से जीवित रहता है। अगर इसे रोका नहीं गया, तो यह और आत्माओं को निगलता रहेगा।"
यह जानने के बाद समीरा और उसके दोस्तों को एहसास हुआ कि उन्होंने सिर्फ़ एक साधारण ऐप नहीं डाउनलोड किया था, बल्कि वे एक गहरे और खतरनाक खेल का हिस्सा बन चुके थे, जहाँ मौत ही आखिरी पड़ाव थी।
समीरा (घबराते हुए): "तो हम क्या करें? हमें इससे कैसे छुटकारा मिलेगा?"
विक्रम ने बताया कि इस ऐप को हटाने के लिए उन्हें उस जगह जाना होगा जहाँ यह पहली बार बनाया गया था। वह जगह शहर से बहुत दूर एक पुराने मंदिर के पास थी, जहाँ किसी समय में तंत्र-मंत्र किया जाता था।
वे चारों और विक्रम उस जगह पर गए। जैसे ही वे उस पुराने मंदिर के पास पहुँचे, वहाँ की हवा में एक अजीब-सी गंध और अंधेरा फैल गया। उनके फोन की स्क्रीन अचानक अपने आप चालू हो गई और उसमें "मौत का दरवाज़ा खुल चुका है" लिखा दिखने लगा।
विक्रम ने तंत्र-मंत्र की कुछ विधियों का उपयोग करते हुए उन्हें निर्देश दिए कि वे अपने फ़ोन को एक निश्चित स्थान पर रखें और फिर उस ऐप को बंद करने का प्रयास करें। जैसे ही उन्होंने यह किया, अचानक आसमान में बिजली कड़कने लगी और एक भयानक आवाज़ गूंजने लगी।
विक्रम: "जल्दी करो! यह हमारी आखिरी उम्मीद है। अगर यह ऐप अब बंद नहीं हुआ, तो हम सब फंस जाएंगे।"
आखिरकार, जब समीरा ने अपने फ़ोन की स्क्रीन को छुआ, तो एक जोरदार धमाका हुआ। चारों दोस्तों ने एक साथ अपने-अपने फोन बंद कर दिए, और वह भयानक आवाज़ बंद हो गई। ऐप अचानक गायब हो गया, और सब कुछ सामान्य हो गया।
वे चारों वापस अपने जीवन में लौटे, लेकिन इस घटना ने उन्हें हमेशा के लिए बदल दिया। अब वे जान चुके थे कि हर ऐप सिर्फ़ मनोरंजन के लिए नहीं होता। कुछ ऐप्स मौत के दरवाजे खोलने का भी माध्यम बन सकते हैं।
इस भयानक अनुभव के बाद, उन्होंने कभी भी किसी अनजान ऐप को डाउनलोड करने का सोचा भी नहीं। लेकिन क्या यह सच में खत्म हो चुका था, या फिर "डार्क ज़ोन" अब किसी और के फ़ोन में अपना रास्ता खोज चुका था?
तंत्र-मंत्र और काले जादू जैसी पुरानी मान्यताओं को अक्सर हम आधुनिकता के कारण नज़रअंदाज़ कर देते हैं। यह कहानी हमें यह भी याद दिलाती है कि कुछ रहस्य और पुरानी मान्यताएं सिर्फ किस्से नहीं होते; उनके पीछे कभी-कभी सच्चाई भी होती है।
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