निशि भूत एक प्रकार की आत्मा या भूत है, जो विशेष रूप से बंगाली लोककथाओं और अंधविश्वासों में प्रचलित है। यह भूत मुख्य रूप से रात के समय सक्रिय होता है और लोगों को बुलाने या सम्मोहित करने के लिए जाना जाता है। इसके बारे में मान्यता है कि यह अपने शिकार को उसकी आवाज में पुकारता है, और जब वह व्यक्ति जवाब देता है या उसकी आवाज की दिशा में जाता है, तो उसे नुकसान पहुंचाता है। निशि डाक का वर्णन: स्थान : यह आमतौर पर एक सुनसान या अंधेरी जगह पर होता है, जैसे कि जंगल, श्मशान घाट, या किसी पुराने खंडहर में। समय : आधी रात के बाद, विशेष रूप से रात के 12 बजे से 3 बजे के बीच, जब यह माना जाता है कि आत्माएँ और तांत्रिक शक्तियाँ सबसे अधिक सक्रिय होती हैं। निशि भूत की कहानी यह कहानी एक छोटे से गाँव 'निशिकाल' की है, जो घने जंगल के किनारे बसा हुआ है। यह गाँव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसके साथ ही यहाँ निशि भूत की डरावनी कहानियाँ भी प्रचलित हैं। गांव के लोग सूर्यास्त के ब...
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